कालसर्प योग अथवा दोष, जैसे ही माता पिता यह सुनते की उनके बच्चे की कुंडली में काल सर्प दोष है, वो भयभीत हो जाते है, निराश हो जाते है, और हो भी क्यूँ न आखिर नाम ही इतना भयंकर है, लेकिन हमारे वेदो में शास्त्रों में प्रत्येक समस्या का निदान है, जिसे वर्षो के संयमित जीवन एवं तप के पश्चात ऋषि मुनिओं ने शोध करके बनाया है।
वर्तमान समय में जब मनुस्य निरंतर भागने में लगा हुआ है, सतत मेहनत करने के बाद भी वांछित फल प्राप्त नहीं होता है, घर में सभी प्रकार की सुविधाएं होने बाद भी मन में शांति नहीं है, बहुत धन होने के बाद भी पति पत्नी में अनबन रहती है, और कोई भी भौतिकतावादी विशेष्ज्ञ के पास इस समय इस समस्या का निदान नहीं है।
वास्तव में कुछ समस्या ऐसी होती है जिनका कोई भी निदान वर्तमान के भौतिकतावादी वैज्ञानिको के पास नहीं है क्युकी उनको पता ही नहीं है, और अगर पता भी है तो अपने व्यवसाय को समृध्द करने के लालच में सही सलाह नहीं देते है।